जॉनसन एंड जॉनसन टीके पर अस्थायी रोक

मेरिका में जे-एंड-जे टीके लगाने के बाद क्लॉटिंग के 6 मामले सामने आने के बाद यूएस सेंटर फॉर डिसीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन और खाद्य व औषधि प्रशासन ने जॉनसन एंड जॉनसन (जे-एंड-जे) द्वारा निर्मित कोविड-19 टीके के उपयोग पर रोक लगाने की सिफारिश की है। इससे पूर्व युरोप में भी एस्ट्राज़ेनेका टीका प्राप्त लोगों में ऐसे मामले सामने आए थे और टीकाकरण के प्रयासों को काफी नुकसान हुआ था।

एफडीए कमिश्नर जेनेट वुडकॉक के अनुसार ये घटनाएं काफी बिरली हैं। टीकाकरण को रोकने के पीछे का कारण वास्तव में स्वास्थ्य प्रणाली को ऐसे मामलों की पहचान करके उपयुक्त इलाज के लिए तैयार करना है। इस बीच जे-एंड-जे ने युरोप में अपने टीके को लंबित रखा है। युरोपियन मेडिसिंस एजेंसी (ईएमए) अमेरिका में टीकाकृत लोगों में क्लॉटिंग के चार मामलों की जांच कर रही है। ड्यूक युनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के रुधिर रोग विशेषज्ञ गौतमी अरेपल्ली के अनुसार क्लॉटिंग के देखे गए मामले काफी असामान्य हैं। इन मामलों में व्यक्ति के दिमाग की नसों में क्लॉटिंग और प्लेटलेट की कमी देखी गई है। ऐसे में टीके पर अस्थायी रूप से रोक लगाना उचित ही है।     

हालांकि, छह सप्ताह पूर्व युरोप में एस्ट्राज़ेनेका टीके, वैक्सज़ेवरिया, के सम्बंध में इसी तरह की समस्या आने पर ईएमए ने इसके उपयोग पर रोक लगाने का कोई सुझाव नहीं दिया। फिर भी कई अन्य देशों ने कुछ समय के लिए इस पर रोक लगा दी है। कुछ देशों में वृद्ध समूह में इसका उपयोग जारी रखा गया क्योंकि उनमें कोविड-19 का खतरा कहीं ज़्यादा है। कम प्लेटलेट के साथ असामान्य क्लॉटिंग के मामले फाइज़र और मॉडर्ना द्वारा निर्मित संदेशवाहक आरएनए आधारित टीकों में नहीं देखे गए हैं।

वैक्सज़ेवरिया और जे-एंड-जे टीके दोनों ही संशोधित एडेनोवायरस पर आधारित हैं। इसलिए शोधकर्ता इस तकनीक के दुष्प्रभावों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। वैसे एडेनोवायरस आधारित अन्य टीकों (रूस के स्पुतनिक वी और चीन के कैनसाइनो बायोलॉजिक्स) में इस तरह के कोई मामले सामने नहीं आए हैं। वैसे इन टीकों पर उपलब्ध डैटा कुछ सीमित है और यह भी स्पष्ट नहीं है कि इन क्षेत्रों के नियामकों ने ऐसे मामलों को खोजने के प्रयास किए भी हैं या नहीं। समस्या की जड़ तक पहुंचने के प्रयास जारी हैं।

इस मामले में एफडीए से जुड़े पीटर माक्र्स इस परेशानी से सम्बंधित रोगियों के उचित इलाज का सुझाव देते हैं। खास तौर से क्लॉटिंग की समस्या के लिए हेपरिन के उपयोग से बचने की सलाह दी जा रही है क्योंकि टीका जनित क्लॉटिंग में हेपरिन का उपयोग समस्या को और गंभीर बना सकता है।    

अमेरिकी एजेंसियों द्वारा टीकाकरण पर रोक के कारण वैश्विक टीकाकरण की चिंताएं बढ़ गई हैं। अपेक्षाकृत आसान परिवहन और भंडारण तथा कम लागत के चलते वैक्सज़ेवरिया और जे-एंड-जे टीके कम और मध्यम आय वाले देशों के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। और तो और, जे-एंड-जे टीके की एक ही खुराक पर्याप्त होती है। इनके अभाव में कई देशों को कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। वैसे वुडकॉक के अनुसार निलंबन थोड़े समय के लिए ही रहेगा। (स्रोत फीचर्स)

नोट: स्रोत में छपे लेखों के विचार लेखकों के हैं। एकलव्य का इनसे सहमत होना आवश्यक नहीं है।
Photo Credit : https://www.sciencemag.org/sites/default/files/styles/article_main_image_-1280w__no_aspect/public/J%26J_vaccine_1280x720.jpg?itok=hai03Jl_

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