हिचकी से तुरंत राहत का उपाय

हिचकी आते ही है तमाम तरह की सलाह मिलने लगती है; कोई सांस रोकने को कहता है, कोई अचानक डराता है तो कोई पानी पीने कहता है। अब, वैज्ञानिकों ने हिचकी रोकने का एक बेहतर समाधान ढूंढ लिया है: पानी पीने की स्ट्रॉ।

जब हिचकी (या चिकित्सा की भाषा में सिंगल्टस) आती है तो सीने का मध्यपाट (डायफ्राम) और पसलियों के बीच की मांसपेशियां अचानक सिकुड़ती हैं और सीने में अंदर का आयतन बढ़ जाता है। बढ़े हुए आयतन की वजह से दबाव कम होता है और हवा अंदर आती है। इस तरह अचानक अंदर आई हवा के कारण स्वर यंत्र के बीच की जगह (ग्लॉटिस) बंद हो जाती है, नतीजतन ‘हिच्च’ की आवाज़ (हिचकी) आती है।

इसे रोकने के लिए युनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास हेल्थ साइंस सेंटर के डॉ. अली सैफी ने एक स्ट्रॉ बनाई है जिसे उन्होंने ‘फोर्स्ड इंस्पिरेटरी सक्शन एंड स्वॉलो टूल (FISST)’ कहा है जिसका ब्रांड नाम हिक्कअवे है। लगभग 1000 रुपए की कीमत वाली L-आकार की यह स्ट्रॉ सख्त प्लास्टिक से बनी है। इसके एक सिरे को मुंह में रखते हैं और इसके दूसरे सिरे पर छोटे से छेद के रूप में प्रेशर वाल्व और एडजस्टेबल कैप है, जिससे पानी की मात्रा को कम-ज़्यादा किया जा सकता है। हिचकी आने पर बस इससे पानी पीना है!

यंत्र के पीछे का विचार यह है कि पानी खींचने में मध्यपाट के संकुचन के लिए फ्रेनिक तंत्रिका सक्रिय होती है, और पानी गटकने में वेगस तंत्रिका सक्रिय होती है। और ये दोनों ही तंत्रिकाएं हिचकी के लिए भी ज़िम्मेदार हैं। इसलिए इन दोनों तंत्रिकाओं को पानी पीने में व्यस्त रखकर हिचकी से बचा जा सकता है।

यंत्र की जांच के लिए शोधकर्ताओं ने 249 प्रतिभागियों की प्रतिक्रिया पूछी। अधिकांश प्रतिभागियों को महीने में कम से कम एक बार हिचकी आती थी। जामा नेटवर्क ओपन पत्रिका में प्रकाशित नतीजों के अनुसार इस स्ट्रॉ से पानी पीने से लगभग 92 प्रतिशत मामलों में हिचकी रुक गई। 90 प्रतिशत से अधिक प्रतिभागियों ने कहा कि अन्य घरेलू उपायों की तुलना में यह अधिक सुविधाजनक लगा, जबकि 183 ने कहा कि उन्हें इससे बेहतर परिणाम मिले। शोधकर्ताओं का कहना है कि यह यंत्र तुरंत काम करता है और इसका प्रभाव कई घंटों तक रहता है।

अध्ययन की कुछ सीमाएं भी हैं। पहली, अध्ययन में कोई तुलनात्मक समूह नहीं रखा गया था और दूसरी, निष्कर्ष लोगों के बताए अनुभवों पर आधारित हैं।

अन्य शोधकर्ताओं का कहना है कि यह समाधान एक ऐसी समस्या के लिए तैयार किया गया है जिसकी कोई मांग नहीं थी। इसके अलावा, इस समस्या के प्रभावी और कम लागत वाले विकल्प मौजूद हैं – जैसे किसी सामान्य स्ट्रॉ से पानी पीते समय दोनों कान कसकर बंद कर लेना। जो कुछ भी छाती फुलाने और गटकने में मदद करेगा – ‘भों’ करके डराना या कुछ और – वह काम करेगा। (स्रोत फीचर्स)

नोट: स्रोत में छपे लेखों के विचार लेखकों के हैं। एकलव्य का इनसे सहमत होना आवश्यक नहीं है।
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